पर्वतों को पार कर, पर्वतों को पार कर अपनी एक मंजिल बना जिस में तू जी सके अपनी एक दुनिया बना मुश्किलों से कर ले दोस्ती अपनी एक राह बना ना तुझे गिरा सके कोई अपने आप को ऐसा बना पत्थर जब तुझसे टकराए तो वो भी अफसोस करे किससे टकराई वो बोल पड़े हय।। वो रो पड़े ।। गहराइयों तक तू झक सके अपने अंदर ऐसा साहस बना की तुझे कोई तोड़ ना सके ।।। पर्वतों को पार कर###@