मैं गलत थी या लोगो ने मुझे गलत जाना ये कसुर मेरा था या बुरा था जमाना ! जब कभी मैं निकलती दोस्तो के साथ आखिर क्यों आते मुझे ऐसे एहसास, जैसे जैसे पूरी दुनिया कह रही क्या कर रही तु आज। फिर होती घर लौट कर आने की बात क्यों डर जाती हु इस बात से जाने क्या सोचेंगे सब आज। सही होते हुए भी जाने क्यों आते है ये एहसास मैं गलत थी या लोगो ने मुझे गलत जाना ये कसुर मेरा था या बुरा था जमाना।