आओ चलो गाँव चलें बुजुर्गों ने कंडे- भूसी का अलाव जलाया है बच्चों ने गचक, मुंगफली मांगते हुए एक लंबे सुर में गीत गाया है पड़ोसी ने भी दरवाजा खोल खुशी से गीत गुनगुनाया है मौसम की करवट देख पतंगें भी आसमां में भिड़ने आई हैं " सुंदर मुंदरी ए" के गीत ने ढोलक पर ताल बजाई है भंगड़ा- गिद्दा पाकर सब ने खुब रौनकें जमाई है जल गया है गिठ्ठा, देखो अग्नि को तिल का शगुन लगाया है आओ चलो, गाँव चलें लोहड़ी का त्यौहार आया है ©Harpinder Kaur # लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं💐 #Lohri