खिलौना लिए एक खिलौना सोता है सड़कों पर बचपन बिलख का रोता है, अनाथ ममता के आंचल को खोजता है, हाथों में उम्मीद लिए फुटपाथ पर होता है, खिलौना लिए जब एक खिलौना सोता है। पांच रुपए दस रुपए वो तोतली आवाज में बोलता है, अपने मासूम निगाहों से वो उम्मीदें टटोलता है, आंसू जम गए भूख बर्दाश्त नहीं होता है, थक कर जब खिलौना लिए एक खिलौना सोता है। संग उसके खड़ा यहां कोई नही दिखता है, बेबस उसका मन यूं ही तो बिकता है, दरिंदे कुत्तों से उसे भी तो बचना होता है, थक कर जब खिलौना लिए एक खिलौना सोता है। सरपट दौड़ कर जो सिग्नल पर चढ़ता है, साहब एक लेलो कह कर पैर पकड़ता है, मायूस मासूम अपनी मासूमियत खोता है, जब थक कर एक खिलौना खिलौना लिए सोता है। खिलौना लिए एक खिलौना सोता है एक छोटी सी कोशिश समाज को हकीकत का आईना दिखाने की #yqbaba #yqmasoodrahimdar #yqbhaskar #yqquotes #yqtales #yqhindi