यूँ मिलना मिलाना यूँ समझना समझाना क्यों अब पुराना सा लगने लगा है क्यों सूरज के साथ साथ चाँद भी जरा सा जलने लगा है क्यों आखिर मौसम भी बेवजह रंग बदलने लगा है कहीं सच तो नहीं कहते सब......मुझपर तेरे इश्क का रंग चढ़ने लगा है।। #nayapyar#nayimohabbat#nayelafaaz#nayishayri