छोड़ चला अपने कुटी को मैं , चल दिया सपनो की ओर। दूर हुआ तेरी ममता से मैं माँ, तुझ बिन है सब सुना । काश फिर वो दिन आ जाता ,माँ मैं तेरे पास फिर आ जाता।। सपनो के दरवाजे पे दे रखी है , मुशीबतों ने दस्तक । बढ़ा रहे ये ज़ख्म मेरे, बढ़ा रहे ये दर्द मेरे।। तेरे आँचल से अपने आसु कैसे पोछु माँ।। बस कुछ ही दिन मिलते है हम,एक बरस में। बाकी दिन तेरी ममता के छाव में कैसे रहु माँ।। छोड़ चला अपने कुटी को मैं , चल दिया सपनो की ओर।।। #yourquotesbaba #yourquotes #yourquotesdiary #yqtales #yqdidi #yqbaba