कैसे समझाएं खुद को यह शहर उजड़ रहा है रफतार जिंदगी का ऐसा बदल रहा है!! बुराइयों का मंजर दिखता हर गली में जिंदा बेजान होकर ऐसा अकड़ रहा है!! अंदाज़ जिंदगी का कयामत बुला रही है, खुशियां कुछ घड़ी की लेकिन डरा रही है!! चढ़ता समय का यौवन ऐसा भटक रहा है सदियों पुरानी किस्सों को अब निगल रहा है!! रफतार जिंदगी का ऐसा मचल रहा है!! #NojotoQuote रफ्तार जिंदगी का