आपके उत्रति से हम अनुप्रेरित इस कदर हुए, हमारे तरफ उटने वाले हर उंगली को वृद्धि का रास्ता बना गए , अदम से अदीब बन गए ! अब्सार में अबस थी, अब आसिम से आसान हो गई ! अदम - अस्तित्वहीन, अदीब - जानकर अब्सार में -आंखो में, अबस -बेकार आसिम - पापी ! अनुप्रेरित