कहां गई वह देश की बातें ,कहां गए वीरों के किस्से 26 जनवरी और 15 अगस्त में ,हो गए अब देश के दो हिस्से कोई ना जाने क्या हुआ है इस दिन, बस एक राष्ट्रीय पर्व हमारा है देश का झंडा फहराना बस , बस अब यह फर्ज हमारा है कहां गई वह माताएं जो, सुनाती थी वीरों की लोरी फेसबुक व्हाट्सएप इंस्ट्रा ने ,कर ली लगता है चोरी बच्चे मस्त सब कार्टून में है ,कोई ना देश को याद करें कैसे आए उनमें वह जज्बा ,जो देश की खातिर जा मरे उन्हें बता दो असली हीरो वो, जो देश पर जान लुटाते हैं हमारी सुरक्षा की खातिर वो, पत्थरों पर डेरे लगाते हैं असली आजादी उस दिन है जब देश का बच्चा जागेगा देश को आगे बढ़ाने की खातिर, दिल जान से ज़ोर लगा देगा ©Anita Mishra #Independence2021