बड़ी मुश्किलों से तराशा था, वो इश्क़-ऐ-हीरा, कम्बख़त जितनी दफ़ा पलटकर देखा, पहरेदार हर दफ़ा कोई और था। #पहरेदार #इश्क़-ऐ-हीरा। #nojotoapp