लोग टूट जातें हैं, एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते, बस्तियां जलाने में । हर धड़कते पत्थर को, लोग दिल समझतें हैं, उमरें बीत जाती हैं, दिल को दिल बनाने में ।। #दिल #धड़कन #शायरी #आशिकी