तेरे हाथ बनाऊं पेन्सिल से फिर हाथ पे तेरे हाथ रखूं कुछ उल्टा सीधा फर्ज़ करूँ कुछ सीधा उल्टा हो जाये में आह लिखूं तू हाय करे बेचैन लिखूं बेचैन हो तू फिर में बेचैन का ब काटूं तुझे चेन ज़रा सा हो जाये कभी عलिखूं तू सोचे मुझे फिर ش लिखूं तेरी नींद उड़ी जब ق लिखूं तुझे कुछ कुछ हो में عشق लिखूं तूझे हो जाये zindagi #kalakashnoida #openmicer #nojotogurgaon #writerbychoice #nojotourdu