सोन चिरैया ना बनाओ मुझे ... किसी पिंजरे में ना सजाओ मुझे ... अभी तों अपने पंखों को फैलाना शुरू किया ही था मेंने , मेरे पंखों से जुदा ना कराओ मुझे ... यें नील गगन ही घर हैं मेरा , अभी तों मुझे अपने घर में चहचहाना था ... आज़ाद कर दो इस केंद से , किसी कुएं का मेंढ़क ना बनाओ मुझे ... #सोनचिरैया #केंद #nojoto