ये बारीश भी एक अफ़साना कह रही बूँद -बूँद तेरे पाजेब सी खनकती तेरे रूख़्सार फ़ूलों से कोमल लगते मुझे जी चाहता है मेरा एकबार चूम लू इन्हे #Crew#NojotoApp#Patnaopenmicentry