नश्वर इस संसार में, मची पड़ी है लूट, भ्रम की गठरी बांध के, पकड़े बैठे खूंट। पकड़े बैठे खूंट, ये गठरी छूट न जाय, ये डूबेगी ठौर इन्हें अब कौन बताए। मैं क्या हूं मैं कौन? कोई बूझे तो उत्तर, हरित शून्य है सब जगत ये सारा नश्वर। हरित की कुंडलियां #हरित_वाणी #nitinkrharit #yqdidi #yqbaba #yqtales #yqhindi