White मैं अब किसी से जुड़ना नहीं चाहता जुड़कर किसी से बिखरना नहीं चाहता ज़ख्म गहरे मिले है जिंदगी में मुझे लगा दिल किसी से ज़ख्म ताज़ा नहीं करना चाहता मैं अब किसी से जुड़ना नहीं चाहता जुड़कर किसी से बिखरना नहीं चाहता फरेबी मक्कार रहे हैं यार उसके शामिल हो पाक दिल महफिल में उनके इज्जत अपनी गवाना नहीं चाहता मैं अब किसी से जुड़ना नहीं चाहता जुड़कर किसी से बिखरना नहीं चाहता ©sushil. #Sad_Status 🥺🥺 #शून्य राणा M.K.kanaujiya