जो हर मुसीबत मे लड़ना सिखाता है जो गिर कर भी चलना सिखाता है जो हर तकलीफ मे सहारा बन जाता है जो ठंड मे चादर बन जाता है जो खुद भूखा रहकर रोटी का निवाला लाता है खुद भीग कर तुम्हारा छाता बन जाता है तुम्हारी हर खुशी मे तुम्हे सीने से लगाता है आने वाली हर तकलीफ को अपने सर पर उठाता है खुद तकलीफ सहकर जो दुनिया के ऐशो आराम लाता है वो पिता ही होता है जो खुद मर कर तुम्हे जीना सिखाता है #father #collab #nojoto #poetry