#अकथ्य अगर मैं आपको एक बार जानता हूं मेरी आँखें देखती हैं जो तुम मुझे दिखाते हो, मैं वही सुनता हूं जो आप मुझे बताते हैं; यह मेरी सांस की निर्भरता है या कुछ ओर मैं केवल आप पर आश्रित रहकर जी रहा हूं ।