धुआँ धुआँ सा इश्क़ है, धुंधले सब जज्बात हैं। धुएंँ की शक्ल में देखो, जलते कुछ जज्बात हैं। गम बह रहे हैं, धुएंँ की लहरों में धुएंँ के गुब्बारों में,दबी हुई कोई बात है। सीने में भरा धुआंँ,अब गिन रहा है गम मेरी तन्हाई का साथी,अब यह अकेली रात है। Challenge-146 #collabwithकोराकाग़ज़ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #धुआँधुआँसाइश्क़ #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️ #dilkepanney