चेहरा छुपाने का बहाना ढूंढ रही थी, नज़रें मिलाने का बहाना ढूंढ रही थी मैं लिखता रहूँ तुम बनती रहो शायरी, दिल में समाने का बहाना ढूंढ रही थी #शायरी #तुम्हारेसाथ #प्यारसे #लिखामैंने #तुमनेपढ़ानहीं #तो_क्या_हुआ #एहसास_ए_इश्क़ #हमेशा_दिल_के_करीब है