तेरी लिखी हुई हर कहानियो को पढ़ कर मै इस कदर खो जाता हूँ मानो कुछ पता चल गया हो मुझे पता चल गया है मुझे की तेरे इकरार मे ही तेरा प्यार छिपा है भले ही तू मुझसे बात नहीं करती लेकिन तेरी हर याद मे मेरा नाम टिका है तू कुछ बोलती नहीं मुझसे बस किसी टिकाऊ कलम से कागज पे अपने जज्बात लिखती है उन जज्बातों को लिख के तू अपने हालात बयान करती है इतना क्यों तड़पती है पगली बोलती क्यों नहीं मुझसे की तू भी मुझसे प्यार करती है #हल्का सा इकरार फिर प्यार