Nojoto: Largest Storytelling Platform

मारे मनडा री वाता मन मे राखू खोल खिडकी मै बारै जां

मारे मनडा री वाता मन मे राखू खोल खिडकी मै बारै जांकु कोई आपणो मनै कोई नजर नी आवै हर रोज दिन उगै नै मन मे नई उमंग जगै शाम ढलै नै उदास हुई जाउं ः

 मारे मनडा री वाता मन मे राखू ः2

ः।। मंगल विरास। ।ः

©mangalviras
  मन री वात
mangalviras7540

mangalviras

Silver Star
New Creator

मन री वात #सस्पेंस

326 Views