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जो जीव हिंसा करता हैं, असत्य बोलता हैं, जो चीजें उ

जो जीव हिंसा करता हैं, असत्य बोलता हैं, जो चीजें उसकी नहीं हैं उसे ले लेता है अर्थात चोरी करता हैं तथा पराई स्त्री से गलत सम्बन्ध रखता है, जो मद्यपान (नशीले पदार्थ- शराब) का अभ्यस्त हो गया है वह इस लोक में स्वयं अपनी जड़ खोदता है, अर्थात् अपने लिए विनाश का मार्ग बनाता हैं। 

-- भगवान बुद्ध -- #NojotoQuote जीवन के सूत्र
जो जीव हिंसा करता हैं, असत्य बोलता हैं, जो चीजें उसकी नहीं हैं उसे ले लेता है अर्थात चोरी करता हैं तथा पराई स्त्री से गलत सम्बन्ध रखता है, जो मद्यपान (नशीले पदार्थ- शराब) का अभ्यस्त हो गया है वह इस लोक में स्वयं अपनी जड़ खोदता है, अर्थात् अपने लिए विनाश का मार्ग बनाता हैं। 

-- भगवान बुद्ध -- #NojotoQuote जीवन के सूत्र