सब तीर्थों का एक तीर्थ यह हृदय पवित्र बना लें हम । आओ यहाँ अजातशत्रु बन, सबको मित्र बना लें हम । रेखाएँ प्रस्तुत हैं, अपने मन के चित्र बना लें हम । सौ-सौ आदर्शों को लेकर एक चरित्र बना लें हम । 📝Dr.Navneet Sharma #समरसता