कविता का काम तू सच्चाई की डगर पर डर-डर कर मत चल। कविता कर, हौसला रख, तब घर से निकल।। **** **** **** **** **** ** इस प्रकार प्यार में रुकता नहीं कविता-काम। कोई कर ले भले जितना बहिष्कार-बदनाम।। ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #कविता_का_काम