निशा छोड़ गया कोई मका छोड़ गया कोई दिल की दवा कर फिर दिल को छोड़ गया कोई मोहब्बत की धड़कन सनम मोहब्बत को छोड़ गया कोई ऐसे आया के फिर जाता नही छाप वो मन में छोड़ गया कोई जीने की आस वजह खास दी फिर वो मरता छोड़ गया कोई मत रो इतना की सैलाब आये तरूण खुदा थोडी था जो छोड़ गया कोई ©®तरूण तबाही की गज़ल 💕 31 - अगस्त - 2020 #gazal #poetry #tarunkolibisht #tarunkigazal #tarungazal #footprints