महज़ सांसों का सफ़र तो कोई जीवन नहीं ...!! वो महज़ हमराह है कोई हमदम नहीं ...! संकरा सा दरिया कर रहा गर कोशिश डूबने की ... तो करने दे उसे तू किसी समदर से कम नहीं ...! बेपरवाह ना घूमो इन खामोश रास्तों पर ... यहां काटों का सैलाब है कोई गुलशन नहीं ..! ढूंढते थक जाओगे अपनों में अपनों को ... ख़ुदग़र्ज़ दुनिया है बेशर्त अपनापन नहीं ..!! घाव कुरेेदने को तो खंजर छिपा है पर , इस घाव का किसी के पास कोई मरहम नहीं ...! महज़ सांसों का सफ़र तो कोई जीवन नहीं ...!! वो ख़्वाब है महज इक परिंदे का, हकीकत के आशियां खातिर कोई वहां शजर नहीं ..! फकत बातें ही है टूटने बिखरने की , गर हर सीख में इक नया किस्सा ना लिखे ज़िन्दगी , ऐसी तो कोई वक्त की क़लम नहीं ..!! महज़ सांसों का सफ़र है गर अमन ना ला सके तो , ये जीवन भी कोई जीवन नहीं ...!!- A.r सांसों का सफ़र ...💐✍️ #travallingsoul #travalingjindgi #proudofurself #yqquotes #yqbaba #yqdidi