है अंधेरी रात बहुत ना जाने कब सूरज निकलेगा पत्थर सा दिल है उसका , मोम सा हो वो पिघलेगा आती जाती बात नहीं है, दिल में घर कर बैठे हो प्यार के दो आखर पढ़ लो पर्वत से पानी निकलेगा ©गंगवार रामवीर छाया चित्र :- गंगवार रामवीर #ramveer_gangwar #love