होने देना था जो भी हो रहा था। तुम्हे क्या पड़ी थी उसके तकलीफ में घुसने की, वो रो रहा था तुम्हारे लिए तो रोने देना था। अब फंस गई ना तुम ही न वो छोड़ रहा न साथ है न वो पास है न उसे एहसास है तुम्हारे अकेलेपन का। यही होता है इस जमाने में जिससे बस जख्म मिलने थे वो बीज ही क्यों बोना था। होने देना था जो भी हो रहा था। होने देना था उस फूल को खिलने देना था। #होनेदेनाथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi