अकेले बैठ कर #तुमको कभी जब याद करती हूँ, मैं #रोना #मुस्कुराना , दोनों एक साथ करती हूँ... कभी #गुस्सा तो ...कभी प्यार भी बेपनाह करती हुँ देखो न मै तुम्हे किस कदर ... #याद करती हूँ ... भेजती हुँ #हिचकियों को अपना मुखबिर बना कर .... अहसास तुम्हे हो जाये कि बस मै तुम्हे ही .... इश्क, मोहब्बत, ....#प्रेम इबादत की तरह करती हूँ । ©Saanjh#self lover