न कोई गुरु, न कोई संप्रदाय, न कोई मौलवी, न कोई पोप, न कोई पुरोहित, खुद को जानने के लिए कोई भी उपयोगी नहीं है। यहां तो किताब भी आप हो, और पढ़ना भी आपको है, जो पढ़ने वाला ही वह भी आप हो और जिसे पढ़ा जा रहा है वह भी आप ही हो। #J_Krishnamurthy ©JD PITHIYA #fog