पढ़ने जब गया, मोटी रकम नोची गई, दोस्ती को जब बढ़ा, हैसियत सोची गई, दौलत ने दिखाये कई खेल कई दफा, जब चाहा प्रेम करूँ, अमीरी खोजी गई। कवि आनंद दाधीच, भारत 🇮🇳 ©Anand Dadhich #Doulat #दौलत #अमीर #kaviananddadhich #poetananddadhich #poetsofindia #indianwriters