दिन भर हम मशरूफ रहे कर्म सागर के तीरे शाम हुई और घर की तरफ कदम बड़े धीरे धीरे दिन भर चाहे कामकाज में कितना भी मैं गुम हूं शाम ढले तुम याद आ गए मेरे तकिए तुम हो नींद और तकिए का रिश्ता है जैसे बहुत पुराना वैसा साथ हमारा है समझेगा कोई सयाना #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #dheeredheere #dinbhar #shayari #yqhindi #yqhindiurdu