है परियों से प्यारी एक बाबू हमारी, खिलते हो गुलाब है मुस्कान ऐसी,जो पागल बना दे, दीवाना बना दे निगाहें है वैसी। जो आंसू हो सब अपने हाथो में रखलू, सजाऊ मै खुशियों से राहें तुम्हारी। तुझे कैसे मनाऊ, मेरे दिल में बसाऊ, तारीफ करू या फिर गाकर सनाऊ। मेरे मन में हो छाए ये कैसे बताऊं। ©Rahul Gothwal है परियों से प्यारी एक बाबू हमारी, खिलते हो गुलाब है मुस्कान ऐसी,जो पागल बना दे, दीवाना बना दे निगाहें है वैसी। जो आंसू हो सब अपने हाथो में रखलू, सजाऊ मै खुशियों से राहें तुम्हारी। तुझे कैसे मनाऊ, मेरे दिल में बसाऊ, तारीफ करू या फिर गाकर सनाऊ। मेरे मन में हो छाए ये कैसे बताऊं।#loveshayri#babu#rahulgothwal#careforeyou#feelings #Love