मिलता हैं क़रार मेरी रूह को बेक़रारी के आलम में, कुछ पल के लिए, जब तेरी मदहोश नज़रों में मुझे अपने लिए भी वही बेक़रारी मिलती है। •●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - ८ •●• 《चैलेंज: १》 कोलाॅब कीजिए २-४ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १२ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। ) आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। अनिवार्य हैशटैग: