खुदा के उन बंदो के लिये जो मजलूम हैं जालिम तुमसे तो हम बरजख में मिलेंगे दोजख तो पहले ही तय कर दी है हमने तेरे वास्ते मुनकर-नकीर तो बस रसम अदायगी ही करेंगे बरजख-मौत के बाद और कयामत के बीच का वक्त मुनकर और नकीर- दो खौफनाक दिखने वाले फरिस्ते जो जमीन फाड़कर आयेंगे कयामत से ठीक पहले कब्र पर रूह से सवालात करने को मजलूमों के लिये