कुछ पत्ते शाख से टूट गए हैं शायद.... बच्चे मां-बाप से रूठ गए हैं शायद.... बिखरने वालों को समेट कर जोड़ना भी एक सलीका है, पर अब कुछ लोग सलीका भूल गए हैं शायद.... #सलीका #बच्चे #मां_बाप #बिखरना #समेटना #शायद #शायर_ए_बदनाम