तीर्थंकर से शिव पथ दर्शी हो तुम, निज ध्यानी हो, तप त्यागी हो, अनियत विहारी हो, संघ नायक हो, ग्रन्थ रचेता हो, मन के मर्मज्ञ हो, पूर्ण दिगंबर हो, वैरागी हो, गृह त्यागी हो, बल ब्रम्हचारी हो, सर्व ज्ञाता हो, जग विधाता हो, ज्ञान के सागर हो, मेरे गुरु विद्या सागर हो। #secondquote #collab #guruji #palakjain