मैं अल्फ़ाज़ों से जागा हूँ, मैं अल्फ़ाज़ों में सोया हूँ, कई अल्फ़ाज़ मेरे थे, कई अल्फ़ाज़ खोया हूँ, हैं कुछ एहसास ऐसे जो, बयां ना हो इशारों से, मैं कुछ मुद्राओं को संजो के लफ़्ज़ों में पिरोया हूँ। #Lafz