लोकतंत्र के मंदिर में भी भ्रष्ट पुजारी बैठे है, जनता को जो लूट रहे कुछ अत्याचारी बैठे है। आज बिठा दो उनको जो लोगों की सेवा करते हो, और भगा दो उनको जो भी व्यभिचारी बैठे है। लोकतंत्र के मंदिर..... क़भी धर्म का खेल खिलाकर जनता को भड़काते हैं, क़भी जात का नाम उठाकर दंगे ये करवाते है। गुमराह करते है लोगों अपने ही अधिकारों से, आज भगा दो उन्हें यहाँ जो बने मदारी बैठे है। लोकतंत्र के मंदिर..... क़भी वोट की राजनीति से जनता को ही लूट लिया, क़भी नोट मदिरा बटबाकर जनता को ही लूट लिया। जब आ जाते है सत्ता में फिर बस इनकी चलती है, इन्हें हटा दो इस जंगल से यहाँ शिकारी बैठे है। लोकतंत्र के मंदिर..... आज समय है जाग जाओ अब मेरे देश के मतदाता, इस मंदिर के शिल्पकार तुम मेरे देश के मतदाता। लोकतंत्र के मंदिर का ईमान बचाना है तुमको, आज हटा दो उन्हें यहाँ जो मिथ्याचारी बैठे है। लोकतंत्र के मंदिर..... #NojotoQuote लोकतंत्र के मंदिर में भी भ्रष्ट पुजारी बैठे है, जनता को जो लूट रहे कुछ अत्याचारी बैठे है। आज बिठा दो उनको जो लोगों की सेवा करते हो, और भगा दो उनको जो भी व्यभिचारी बैठे है। लोकतंत्र के मंदिर..... क़भी धर्म का खेल खिलाकर जनता को भड़काते हैं, क़भी जात का नाम उठाकर दंगे ये करवाते है। गुमराह करते है लोगों अपने ही अधिकारों से,