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वह मुझसे बहुत प्यार करती थी। मुझे उसके प्रेम पर

वह मुझसे बहुत प्यार करती थी। 
मुझे उसके प्रेम पर 
ईश्वर से ज्यादा यक़ीन था। 
कभी-कभार जब हमारे बीच 
किसी बेवज़ह की बातों पर लड़ाई होती 
और वह गुस्सा होकर कहती-
#देख #लेना #एक #दिन #तुम 
#__मेरे #बिना #खूब #तड़फोगे
मैं उसकी इस बात को हमेशा 
नजरअंदाज करता रहा 
और वह भी पल भर में 
फ़िर से सबकुछ भूल मेरे प्रेम में 
पागल हो जाती। 
बहुत ही भुलक्कड़ थी। 
मेरी सारी गलतियां भूल जाती थी वह।
अब सोचता हूँ तो 
सबकुछ एक जादू-सा लगता है। 
हम-दोनों एक दूसरे के वश में थे 
मानों...ऐसा लगता था 
जैसे सब जीत लिया हो हमने। 
हमें अब कोई भी हमसे अलग 
नहीं कर सकता।
हम सब ज़िंदगी में जाने-अनजाने में 
ही तमाम तरह की गलतियां कर बैठते हैं। 
मैंने ज़िंदगी को समझ लेने की गलती कर ली 
और अपना सबकुछ खो दिया।

हमेशा मेरी गलतियों को भूल जाने वाली 
उस भुलक्कड़ ने मुझे हमेशा के लिए
ही भुला दिया..!!
..आख़िर-बार जब हंम विदा लेने की 
औपचारिकताएं पूरी कर रहे थे 
तब मै उसके करिब ही नही था ..!!
मुझे बिना बताये 
बिना बात किये 
ही चल दी ..!!

तडफता छोड कर

#___मै #प्रेम #हूं..!!
♥️♥️♥️♥️♥️♥️

©Swarnkar Ranjan
  #Leave #Shayar