थोड़ा पास आओ ओर समेट लो मुझे बिखर सी गई हूं खुद को मनाते मनाते आजकल खामोशियां भी सवाल करती है क्यू इतनी खामोश रहती हो ,!!! रोती हूं तो काजल संभाल लेती हूं मुस्कराते वक्त आंसू दबा लेती हूं बोलते वक्त लबों पर लगाम देती हूं हर पल एक नया इम्तेहान देती हूं ©neha lawaniya #Dark #Life_experience #Love ##zindhgi #Dark