देख रोशनी का एक कतरा लाया हूं, दूर मिटाने को अंधेरा इक तारा लाया हूं। फूलों के कुछ रंग चुरा लाया हूं, रंग भरने को ज़िंदगी में मैं बहार लाया हूं। उमंगे लाया हूं कुछ खुशियां लाया हूं, दूर भगाने को तन्हाई मैं प्यार लाया हूं।। सब कुछ ला दूंगा तेरी चाहत में, तू सब्र तो कर, प्यार बेशुमार लूटाऊंगा, तू धीरज तो धर? आज है अंधेरा कल सवेरा भी होगा, यूं हौसला गिरा कर तू मन ना छोटा कर।। #poetry