जिन्दगी के कई रंग हैं सभी दिल से लगाते चलिए दु:ख का तर्पण छोड़कर हँसते गाते गुनगुनाते चलिए | प्रकृति की रंग गहरा है सभी प्रभावित हैं इनसे जिन्दगी में हरियाली लाइए पेड़ पौधे लगाते चलिए फूलों की खुशबू की तरह जिऩ्दगी महकती रहेगी कुछ खुशबूदार फूल आँगन में भी लगाते चलिए | माँ के आँचल से बड़ा कोई सुख नही जग में हर रोज आशीष पाकर सब सुख पाते चालिए | त्यौहार कई है हमारी एकलौती जिन्दगी में खुशियों के रंग से चेहरों को सजाते चलिए | जिन्दगी की आखिरी मंजिल से सब हैं वाकिफ खुश रहिए और हर चेहरे पर मुस्कान लाते चलिए | #holi #pulkitkavya