Lockdown जान है तो जहान है ,और इसका बहुत ही ज्यादा ख्याल रखते हुए सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 21 दिन का लॉक डाउन कर दिया है। इस लॉकडाउन से सिर्फ हम ही नहीं बल्कि हमारी नेचर को हमारे पशु पक्षी और भी प्रकृति से जुड़े लोगों को एक नई जिंदगी दी जा रही है। इस भागमभाग की जिंदगी में हम अपने स्वार्थ में अपने प्रकृति से जुड़े लोगों के बारे में सोचना ही छोड़ दिए थे। जब से लॉकडाउन हुआ इमरजेंसी के अलावा सब कुछ बंद पड़ा है। और लोगों से अपील की जा रही है कि अपने घरों में रहे और यह जरूरी भी है क्योंकि दिन प्रतिदिन देशों के हालात बदतर होते जा रहे हैं लेकिन कुछ लोगों को अभी भी समझ नहीं आ रहा है इटली जैसे देश को जो हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन में जिसको दूसरे नंबर पर रखा जाता है। वहां भी इतनी गंभीर स्थिति बनी है। हर तरफ अफरा तफरी मची है समझ नहीं आ रहा है कि कैसे लोगों को बचाया जाए। तो प्लीज उनसे रिक्वेस्ट है जो घर से बाहर निकल रहा है घर में रहिए और सोचिए कि जहां हम उठते ही रोज गाड़ियों की गड़गड़ाहट सुनते थे आज हम चिड़ियों की चहचहाहट सुन रहे हैं जो किससे फिल्मों में टीवी में देखने को सुनने को मिलता था। जो सबको सांसे देते हैं वह भी आज सुकून की सांसे ले रहे हैं इतने दिन तक कोई पेड़ पौधे नहीं कटेंगे। कई जीव जंतु की जाने बचेंगी जो हमारे गाड़ियों के पहियो के नीचे आए दिन दब के अपनी जाने दे दिया करते थे। आज इन पसरे संनाटो में कई अरसे बाद शहरों में उनकी बुलंद आवाज सुनाई दे रही है जो कि हमेशा से थी लेकिन हम अपने बुलंद उड़ानों और तरक्कीयों में उन्हें सुन ही नहीं पाते थे, तो आज आपको और हम सब को मौका मिला है उन्हें सुनने और घर पे बैठ के कुछ अपनों की सुनने की तो प्लीज एक बार फिर से रिक्वेस्ट है कि घर पर रहे सेफ रहे क्योंकि हालात में बिल्कुल भी सुधार नहीं है तो.. #stay home #think positive sab accha hoga Nandani Yadav.... #stay home #think positive Nandani Yadav