तोड के दिल वो चली गई , उसकी यादें अभी नई हैं टूटा हुआ दिल हैं टुकड़ों में , धड़कन चली हुई हैं खुश हुआ उछल कर दिल, जब दिल से मिली वो वादे किये वफा के कितने, जब हमसे मिलीं वो देकर जख्म चलीं गई वो तो दिल का हाल वही हैं घायल हुआ दिल है टुकड़ों में साँसे दबी हुई हैं dil ka tukda