नव सृजन की ले अंगड़ाई नई कोंपलें फूटेंगी पतझड़ के प्रौढ़ मौसम पश्चात पुनः प्रकृति वसंत ले आएगी फ़िर कूजेंगे कोयल,तोता खेतों में हरियाली छायेंगी हैरान ना हो, परेशान ना हो नदियों के दो तीर की भांति सुख - दुःख का है आना जाना आज विनाश की छाया गर कल सृजन मेघ का छा जाना... #life #lifequotes #yqbaba #yqdidi #yqqoutes #love #lovequotes #selflove