उनींदियां आंखों में थोड़ी सी मचलने भी दे रात की शीरीयत कुछ और पिघलने भी दे ख्वाब मासूम हैं शोखियां चलेंगी अभी पोशीदा खामोशियों को बात करने दे। प्रीति #उनींदी #random collab with Sarika Saxena loved your words #yqdidi