जिसे देने वाला कभी नही समझ सकता, सहने वाला ही समझ सकता है, गर सहा है कभी दर्द तो मेरे दर्द से वाकिफ़ होकर देख, हज़ारों जख्म है दफ़न तेरी महोब्बत में करीब होकर देख, मैंने देखा है तुझको मुस्कुराते हुए अकेले में, तू क्या जाने दर्द किसी का कभी तन्हाई से वाकिफ़ होकर देख। #दर्दकीभाषा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #pchawla16 #दर्द #वाकिफ़