कुछ महकी महकी यादें हैं नन्हे मन की दुनिया में कुछ चंचल निश्छल किस्से हैं कुछ मासूम कहानियाँ हैं नन्हे मन की दुनिया में वो माँ का लाड़ वो पिता की सीख वो ढ़ेरों शैतानियां हैं नन्हे मन की दुनिया में ये महकी यादें महका देती हैं तन को मन को चुपके से याद आता है वो बचपन वो नन्हा सा निश्छल सा चंचल सा मन.... एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से। #नन्हेमनकीदुनिया #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi